अक्सर हमें ऐसा लगता है की शक्ति और सत्ता आदमी को भ्रष्ट कर देती है. वो भूल जाता है अपने पुराने वादे और बदल देता है अपनी कथनी करनी पर ऐसा नहीं है सिर्फ दृष्टिकोण बदल जाते हैं. अगर आप नहीं मानते तो बस एक बार नीचे लिखे हुए इस घोषणा पत्र पर नज़र डालिए जो किसी नेता ने चुनाव के पहले लिखा था. आप सब
इस बात को मानेगे ही
जीवन दिन प्रतिदिन दूभर होता जा रहा है| हमारी
नयी सरकार के आने के बाद आप यह महसूस करेंगे कि सामान्य नागरिक का
जीवन स्तर निरंतर बढेगा |
पूंजीपति, व्यापारी एवं धनाढ्य वर्ग का
बढ़ावा देने वाली नीतिया समाप्त की जायेंगी |
रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाओं को
हम नित नयी ऊँचाइयों तक पहुँचाने के लिए दिन प्रतिदिन तत्पर रहेंगे|
इस समाज से गरीबी, भूख, आतंक और भ्रष्टाचार जैसी चीजो को
नामो निशान से मिटा दिया जाएगा |
अपने पर्यावरण, वन सम्पदा एवं वन्य जीवन
पूरी तरह से संरक्षित होंगे |
समाज के सभी असामाजिक तत्व और अपराधी
भयग्रस्त रहेंगे |
आप हमारे शासन के शुरू होते ही
सुख, समृधि एवं सम्पन्नता में वृद्धि पायेंगे |
आप मेरी
बात का विश्वास कीजिये|
वोट देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद!!
दरअसल ये उल्टा छाप गया था। फर्क सिर्फ दृष्टिकोण का हैं इसे एक बार उल्टा पढ़ लीजिये |
वोट देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद!!
बात का विश्वास कीजिये|आप मेरीसुख,
समृधि एवं सम्पन्नता में वृद्धि पायेंगे |आप हमारे शासन के शुरू होते हीभयग्रस्त रहेंगे |
समाज के सभी असामाजिक तत्व और अपराधीपूरी तरह से संरक्षित होंगे |अपने पर्यावरण,
वन सम्पदा एवं वन्य जीवननामो निशान से मिटा दिया जाएगा |इस समाज से गरीबी,
भूख,
आतंक और भ्रष्टाचार जैसी चीजो कोहम नित नयी ऊँचाइयों तक पहुँचाने के लिए दिन प्रतिदिन तत्पर रहेंगे|
रोजगार,
शिक्षा,
स्वास्थ्य सुविधाओं कोबढ़ावा देने वाली नीतिया समाप्त की जायेंगी |पूंजीपति,
व्यापारी एवं धनाढ्य वर्ग का जीवन स्तर निरंतर बढेगा | नयी सरकार के आने के बाद आप यह महसूस करेंगे कि सामान्य नागरिक काजीवन दिन प्रतिदिन दूभर होता जा रहा है|
हमारीइस बात को मानेगे हीआप सब